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Cape Town केप टाउन। फॉर्मूला वन टीम के पूर्व मालिक और खेल जगत की वरिष्ठ हस्ती एडी जॉर्डन का 76 साल की उम्र में कैंसर के कारण निधन हो गया। एडी जॉर्डन फॉर्मूला वन के सबसे मशहूर चेहरों में से एक थे और अपनी टीम को बेचने के बाद भी फॉर्मूला वन के कई कदमों में उनका अहम योगदान रहा। वह एक लोकप्रिय एफ1 पंडित भी थे। उनके परिवार द्वारा जारी एक बयान के अनुसार, एडी जॉर्डन का दक्षिण अफ्रीका के केप टाउन में अपने परिवार के साथ शांतिपूर्वक निधन हो गया।
फॉर्मूला वन टीम के पूर्व मालिक एडी जॉर्डन का 76 साल की उम्र में कैंसर से लंबी और कठिन लड़ाई के बाद निधन हो गया। वह मूत्राशय और प्रोस्टेट कैंसर के इलाज के लिए जा रहे थे। यह कैंसर उनकी रीढ़ और श्रोणि तक फैल गया था। एडी जॉर्डन के परिवार द्वारा जारी एक बयान में उन्होंने कहा कि उनका केप टाउन में शांतिपूर्वक निधन हो गया।
परिवार ने अपने बयान में कहा, "केप टाउन में अपने परिवार के साथ शांतिपूर्वक निधन हो गया।" एडी जॉर्डन के परिवार ने उनके निधन के बाद अपने बयान में आगे कहा, "ईजे जहां भी गए, वहां करिश्मा, ऊर्जा और आयरिश आकर्षण की भरमार लेकर आए। उनकी अनुपस्थिति में हम सभी को एक बहुत बड़ी कमी खल रही है। उन्हें बहुत से लोग याद करेंगे, लेकिन वे हमारे लिए ढेरों बेहतरीन यादें छोड़ गए हैं, जो हमें हमारे दुख के समय भी मुस्कुराते रहने के लिए प्रेरित करेंगी।" एडी जॉर्डन का फॉर्मूला वन पर वर्षों से बहुत बड़ा प्रभाव रहा है। उन्होंने 2005 में नारायण कार्तिकेयन को अपनी जॉर्डन एफ1 टीम में शामिल करके पहले भारतीय ड्राइवर को फॉर्मूला वन में लाने में अहम भूमिका निभाई थी। एडी जॉर्डन ने माइकल शूमाकर को फॉर्मूला वन में पदार्पण का मौका भी दिया था, जब उन्होंने 7 बार के विश्व चैंपियन को अपनी टीम के लिए बेल्जियम ग्रैंड प्रिक्स में ड्राइव कराया था।
फॉर्मूला वन टीम के पूर्व मालिक एडी जॉर्डन का 76 साल की उम्र में कैंसर से लंबी और कठिन लड़ाई के बाद निधन हो गया। वह मूत्राशय और प्रोस्टेट कैंसर के इलाज के लिए जा रहे थे। यह कैंसर उनकी रीढ़ और श्रोणि तक फैल गया था। एडी जॉर्डन के परिवार द्वारा जारी एक बयान में उन्होंने कहा कि उनका केप टाउन में शांतिपूर्वक निधन हो गया।
परिवार ने अपने बयान में कहा, "केप टाउन में अपने परिवार के साथ शांतिपूर्वक निधन हो गया।" एडी जॉर्डन के परिवार ने उनके निधन के बाद अपने बयान में आगे कहा, "ईजे जहां भी गए, वहां करिश्मा, ऊर्जा और आयरिश आकर्षण की भरमार लेकर आए। उनकी अनुपस्थिति में हम सभी को एक बहुत बड़ी कमी खल रही है। उन्हें बहुत से लोग याद करेंगे, लेकिन वे हमारे लिए ढेरों बेहतरीन यादें छोड़ गए हैं, जो हमें हमारे दुख के समय भी मुस्कुराते रहने के लिए प्रेरित करेंगी।" एडी जॉर्डन का फॉर्मूला वन पर वर्षों से बहुत बड़ा प्रभाव रहा है। उन्होंने 2005 में नारायण कार्तिकेयन को अपनी जॉर्डन एफ1 टीम में शामिल करके पहले भारतीय ड्राइवर को फॉर्मूला वन में लाने में अहम भूमिका निभाई थी। एडी जॉर्डन ने माइकल शूमाकर को फॉर्मूला वन में पदार्पण का मौका भी दिया था, जब उन्होंने 7 बार के विश्व चैंपियन को अपनी टीम के लिए बेल्जियम ग्रैंड प्रिक्स में ड्राइव कराया था।
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Harrison
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